और तीन महीने फ्री राशन, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने व कैबिनेट गठन के तत्काल बाद कैबिनेट की बैठक कर 3 माह के लिए प्रदेश के गरीबों को निःशुल्क राशन वितरण की सीमा बढ़ाते हुए 30 जून 2022 तक कर दिया है।
भारत सरकार द्वारा सभी अन्त्योदय एवं पात्र गृहस्थ कार्ड धारकों को प्रति यूनिट प्रतिमाह 05 किलोग्राम गेहूं तथा उ0प्र0 सरकार द्वारा सभी पात्र गृहस्थ कार्ड धारकों को मुफ्त 05 किलोग्राम गेहूं/चावल प्रति यूनिट प्रतिमाह तथा अन्त्योदय कार्ड धारकों को मुफ्त 35 किलो गेहूं/चावल के साथ 01 किलोग्राम चीनी भी प्रतिमाह दी जा रही है, साथ ही सभी कार्ड धारकों को मुफ्त 01 किलोग्राम दाल, 01 ली0 खाद्य तेल एवं 01 किलोग्राम नमक का वितरण किया जा रहा है। जब कोरोना वायरस के फैलने से पूरा देश लॉकडाउन हो गया। विश्वव्यापी यह महामारी ऐसे समय फैली की आम व्यक्ति इसके लिए तैयार नहीं था। लोगों का जीवन सामान्य गति से चल रहा था। हमारे देश में बड़ी संख्या में गरीब, कमजोर, मजदूर लोग व विभिन्न स्वउद्यम छोटे-छोटे दुकान, व्यवसाय, रिक्सा चालक, आटो चालक आदि मजदूरी करके दैनिक आमदनी से अपनी आजीविका चलाते हैं। कोविड-19 के कारण आमजन सुरक्षित रहे और यह वायरस अन्य लोगांे में फैलने न पाये, इसी को दृष्टिगत रखते हुए देश में बड़ी जनसंख्या दैनिक आमदनी पर निर्भर है, इसलिए उन्होंने पूरे देश के गरीबों, कमजोरों, श्रमिकों, दैनिक मजदूरों आदि के लिए आत्मनिर्भर भारत योजना एवं प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत देश की जनता में खाद्यान्न वितरित कराने की व्यवस्था की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री लॉकडाउन से लेकर अभी तक लगातार गरीबों, श्रमिकों, दैनिक आमदनी से आजीविका चलाने वाले, गरीबों को खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था सुदृढ़ करते हुए प्रदेश के सभी जरूरतमंद लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध करा रहे हैं। पूरे प्रदेश में कोई व्यक्ति भूखा न रहे, सभी जरूरतमंदों को खाद्यान्न वितरित किया जा रहा है। जिन परिवारों के राशन कार्ड हैं या जिनके पास नहीं है, ऐसे सभी पात्रों को खाद्यान्न वितरित किया गया है।