दिल्ली में दूसरे दिन भी थमे रहे आटो के पहिए,पेट्रोल-डीजल और कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) की बढ़ती कीमतों के विरोध में दो दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को भी लोगों को दिक्कत पेश आ रही है। खासतौर से रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर लोग परेशान दिखाई दिए। वहीं दूसरी ओर इस जानलेवा गर्मी के कारण हडताल के चलते आटो सडक पर न मिलने की वजह से लोगों को मुसीबत उठानी पड रही है। सबसे ज्यादा परेशान वो लोग हैं जिन्हें समय से आफिस पहुंचना होता है। सवारी का दूसरा साधन होने की वजह से तमाम लोग आटो पकडते हैं। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के अलावा अन्य जगह जाने वाले लोगों के लिए सवारी का एक मात्र साधन आटो होता है। मरीज को लेकर अस्पताल जाना हो या फिर ऐसे ही किसी दूसरे काम के लिए आटो ही गरीब व मीडिकल क्लास सोसाइटी का सहारा होता है, लेकिन आटो के पहिए थम जाने की वजह से लोग परेशान हैं। आटो चालकों का कहना की 35 रुपए किलो CNG गैस थी और अब 72 रुपए किलो कर दी है। उनका कहना है कि सीएनजी के दाम तो बढ गये हैं, लेकिन सवारी से यदि किराया बढाने के लिए यदि कहा जाता है तो वो मारने काटने के लिए दौडती है, आटो चालको पर जेब काटने के आरोप लगाए जाते हैं। आटो चालक चाहते हैं कि सरकार तत्काल राहत का एलान करे। हड़ताल से लोगों को दिक्कत पेश आ रही है। खासतौर से रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर लोग परेशान दिखाई दिए। ऐसे में बुधवार से लोगों को राहत मिल सकती है। इस बीच हड़ताल कर रहे आटो-टैक्सी चालकों का तर्क है कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में शराब की 1 बोतल पर 1 शराब की बोतल फ्री कर दी है तो हम चाहते हैं कि 1 किलो CNG पर 1 किलो CNG भी फ्री कर दें। हमारी यही मांग है और मांग पूरी होने तक हमारा प्रदर्शन ऐसे ही जारी रहेगा। उधर, हड़ताल कर रहे एक चालक का कहना है कि 2 दिन से हम लोग स्ट्राइक पर हैं। 35 रुपए किलो CNG गैस थी और अब 72 रुपए किलो कर दी है।