डीन के हमलावरों का सुराग नहीं, पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय के डीन के हमलावरों का पुलिस अभी सुराग नहीं लगा सकी है। हमले की वारदात के पीछे पुलिस पारिवारिक रंजिश से इंकार नहीं कर रही है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि वारदात के खुलासे को चार टीमें लगा दी गयी हैं। मेरठ में शुक्रवार की शाम के करीब सवा पांच बजे पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय के डीन के ऊपर दो हमलावरों ने दोनों पिस्टल खाली कर दी। यानी करीब 12 गोलियां बरसाई हैं। उनका शरीर के एक हिस्से को पूरी तरह से छलनी कर दिया है, जिस तरह से हमला किया गया है। उससे पुलिस मान रही है कि डीन को मारने की प्लानिंग थी। इस तरह का हमला गहरी रंजिश में ही किया जाता है। पुलिस देख रही है कि डाक्टर राजवीर सिंह पर हुए हमले के पीछे परिवार या विवि की कोई रंजिश हो सकती है। डाक्टर राजवीर सिंह की पत्नी रीता बडौत के जूनियर हाईस्कूल में शिक्षिका हैं। उनके बेटे भानुप्रताप भी सुभारती मेडिकल कालेज से एमबीबीएस कर चुके हैं। हाल में उनकी तैनाती मुजफ्फरनगर स्थित बुढ़ाना के चिकित्सा केंद्र पर हैं। एक साल पहले ही भानु प्रताप की शादी हुई हैं। एक बेटी श्वेता हैं, जो सुभारती मेडिकल कालेज से ही एमबीबीएस फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रही है। मूल रूप से डाक्टर राजवीर सिंह बागपत के हेवा छपरौली के रहने वाले है। हाल में कंकरखेड़ा के डिफेंस इन्क्लेव में परिवार के साथ रहते हैं। ऐसे में पुलिस डाक्टर राजवीर सिंह से जुड़ी सभी जानकारी जुटा रही है। देखा जा रहा है कि हमले के पीछे परिवार की रंजिश तो नहीं है। साथ ही महाविद्यालय की रंजिश से भी हमले को जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि अभी तक पुलिस किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि सभी लाइनों पर काम चल रहा है। पुलिस की चार टीमें लगाकर हमले की वजह की पड़ताल की जा रही है।