टिकैत बोले जरूरत होगी तो आंदोलन भी, भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि यदि जरूरत होगी तो आंदोलन भी किया जाएगा। उनकी सरकार से जो बातचीत चल रही है उसे भी आंदोलन के रूप में देखा जाना चाहिए। बुधवार को राकेश टिकैत मेरठ के कमिश्नरी चौराहा पहुंचे थे और मीडिया से मुखातिब थे। हालांकि इस दौरान उन्होंने खुलकर हमलावर होने से परहेज बरता। टिकैत ने कहा कि योगी जी गांवों की बंजर जमीनों पर भी बुलडोजर चलवा दें, ताकि इन जमीनों पर स्टेडियम बन सकें और युवाओं को सड़कों पर न दौड़ना पड़े। वहीं टिकैत ने बढ़ती महंगाई पर कहा कि महंगाई पर कंट्रोल तो सरकार के हाथ में हैं। राकेश टिकैत बोले स्टेडियम बनाने के लिए गांवों में जो बंजर जमीन पड़ी है, जिसे किसी ने घेर लिया है उनको खाली कराया जाए। योगी जी ऐसी जमीनों पर बुलडोजर चलवाके वहां स्टेडियम बनाएं। बोले कि अब तो मामला ठीक चल रहा है, निकलवा दें झटके से जमीनें। टिकैत ने कहा कि सरकार को शिक्षा, स्वास्थ्य और खेलों पर काम करना होगा। लड़कियों के लिए गर्ल्स हॉस्टल बनें ताकि बच्चियां पढ़ सकें। स्टेडियम बनाए जाएं। हरियाणा की तरह यहां भी गांव-गांव में स्टेडियम बनें, ताकि बच्चों को सड़क पर न दौड़ना पड़े। दुघर्टना भी न हो। खिलाड़ियों को भी इससे प्रोत्साहन मिलेगा। वहीं हरियाणा की तरह यूपी में भी खेलों को बढ़ावा मिलेगा। टिकैत बोले सरकार स्वास्थ्य पर काम करे। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हरियाणा की तरह सरकार यूपी में सस्ती बिजली दे। सस्ती बिजली देने का जो वादा किया था उसका नोटिफिकेशन जारी करके उसे लागू किया जाए। गन्ने का पेमेंट डिजिटल किया जाए। उन्होंने कमिश्नरी चौराहे को देखते हुए बोले ये मेरठ का धरना स्थल था, अब तो सारा घिर गया। कभी यहां धरने होते थे। 1988 का आंदोलन यहीं चला था। यही आंदोलन स्थल देखने आया हूं कभी यहां धरना देना पड़ा तो कहां दूंगा। लेकिन प्रशासन को मेरठ में नया आंदोलन स्थल बनाना चाहिए, हम मांग करेंगे कि बाईपास पर एक आंदोलन स्थल बनाया जाए।