जंग-छह सौ पर मंडरा रही मौत, यूक्रेन जंग को करीब दो माह होने को आए। बारूद की बारिश ने एक हंसता खेलता देश कब्रिस्तान बना दिया है। लोगों के अपने कभी न मिलने के लिए उनसे बिछड़ गए हैं। भूख प्यास से बेहाल लोग दाने-दाने व बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। पूरी दुनिया से गुहार लगा रहे हैं कि तमाशा देखना बंद करो और मदद करो। ऐसा ही एक वीडियायूक्रेन के बच्चों को ईस्टर उपहार प्राप्त करते हुए एक भूमिगत बंकर में दिखाता है। वीडियो रविवार को दूर-दराज़ अज़ोव बटालियन द्वारा जारी किया गया था, जो कि अज़ोवस्टल स्टीलवर्क्स में यूक्रेनी बलों में से एक है, जहां सैनिकों और नागरिकों को रूसी हमले के तहत छुपाया गया है। समूह के डिप्टी कमांडर सियावातोस्लाव पालमार का कहना है कि वीडियो रविवार को प्लांट में शूट किया गया था। एक बच्चा सिलोफ़न से बने होममेड डायपर पहने दिखाई दे रहा है। वीडियो में दिख रही महिलाओं में से एक दुनिया के नेताओं से मदद की गुहार लगाती है और कहती है कि वह और संयंत्र के नीचे फंसे अन्य लोग बमबारी से थक चुके हैं और अपनी आजादी के लिए बेताब हैं। वह आँसू के माध्यम से कहती है, “हम अपने शहर में, अपने देश में रहना चाहते हैं। हम इन बम धमाकों से थक चुके हैं, हमारी जमीन पर लगातार हवाई हमले कर रहे हैं। यह कब तक चलेगा?” उन्होंने कहा, “बच्चे यहां लगातार रो रहे हैं – वे खेलना और जीना चाहते हैं। यह आक्रामकता बंद करो। मैं सभी से पूछती हूं, कृपया मदद करें, हमें मुक्त करें!”एक अन्य महिला का कहना है कि संयंत्र के नीचे 600 नागरिक भोजन और पानी के बिना शरण लिए हुए हैं।
जंग-छह सौ पर मंडरा रही मौत
