किसान मोर्चा का भारत बंद को समर्थन, सरकार की नीतियों के खिलाफ देश भर की ट्रेड यूनियनों 28 व 29 मार्च के भारत बंद के समर्थन का एलान किया है. साथ ही केंद्र की मोदी सरकार से किसान आंदोलनकारियों के साथ विश्वासघात का आरोप लगाया है. आंदोलन खत्म कराने के लिए जो वादे किए गए थे उन्हें मोदी सरकार ने पूरा नहीं किया. किसान नेता और स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा, ‘कुछ किसान नेताओं ने चुनाव में हिस्सा लेकर गलत काम किया. उनके साथ हम मंच शेयर नहीं कर सकते. जनता ने उन्हें सबक सिखा दिया है.’उन्होंने कहा कि मीटिंग में तीन बड़े फैसले हुए हैं. पहला ये कि सरकार ने हमें जो आश्वासन दिए थे केस वापस लेने और मुआवजे का, उसमें जो विश्वासघात हुआ है और लखीमपुर खीरी में जो खेल चल रहा है उसके खिलाफ 21 मार्च को सभी जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन होगा. इसके अलावा, 11 से 17 अप्रैल के बीच न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की लीगल गारंटी के बीच ‘एमएसपी सप्ताह’ मनाया जाएगा. तीसरा फैसला यह है कि 28 और 29 मार्च को, ट्रेड यूनियनों की तरफ से जो भारत बंद का कॉल दिया गया है, उसका हम समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा (SKM)ने विधानसभा चुनाव के पहले ये फैसला किया था कि हम जनता से अपील करेंगे कि बीजेपी को सज़ा दें. इसमें हमें कामयाबी तो मिली है लेकिन निर्णायक नहीं. @Back To Home
किसान मोर्चा का भारत बंद को समर्थन
