किठौर में तेंदुए की दहशत, मेरठ जनपद के किठौर में तेंदुए की दहशत है। एक दिन पहले किठौर में जो दो तेदुएं के शावक मिले हैं, उसके बाद वन विभाग की टीम लगातार मादा तेंदुआ की तलाश में हैं। वन विभाग के अनुसार जब बच्चे इधर हैं तो मां भी कहीं आसपास होगी। किसी कारणवश ये दोनों बच्चे मां से बिछड़ गए हैं और भटक गए हैं। जल्द मां-बच्चों को मिलाया जाए इसके लिए टीम मां को खोज रही है। यह इलाका गंगा के खादर से सटा है यहां जंगल भी है हो सकता है ये बच्चे जंगल के रास्ते खेतों में आ गए हो। तेंदुआ है। जो अपने दो शावकों को खोजते हुए यहां तक पहुंची हैं। ग्रामीणों ने खेत में घूम रहे तेंदुए का वीडियो बनाकर शेयर कर दिया। किठौर में तेंदुए की दहशत है। रात ही किठौर में तेंदुए के दो शावक खेतों में घूमते मिले थे। जिन्हें पकड़कर ग्रामीण घर ले आए बाद में वन विभाग की टीम को दे दिए थे। वीडियो में तेंदुआ खेतों में कुछ खोजते हुए दिखाई दे रही है। उसके हाव-भाव से लग रहा है जैसे वह परेशान है। माना जा रहा है कि ये तेंदुआ मादा है जो अपने दो बिछड़े बच्चों को खोजने के लिए यहां तक आ पहुंची है। वह शावकों के पंजों के निशान देखकर उनकी तलाश कर रही है। लेकिन ये तेंदुआ और शावक कैसे बिछड़े इसके बारे में कोई भी कुछ भी नहीं बता पा रहा। खेतों में घूमते तेंदुए का वीडियो देखकर गांव के लोग डरे हुए हैं। इसके चलते वे और लोग खेत की तरफ भी नहीं जा रहे हैं। एक दिन पहले किठौर में जो दो तेदुएं के शावक मिले हैं, उसके बाद वन विभाग की टीम लगातार मादा तेंदुआ की तलाश में हैं। वन विभाग के अनुसार जब बच्चे इधर हैं तो मां भी कहीं आसपास होगी। किसी कारणवश ये दोनों बच्चे मां से बिछड़ गए हैं और भटक गए हैं। जल्द मां-बच्चों को मिलाया जाए इसके लिए टीम मां को खोज रही है। यह इलाका गंगा के खादर से सटा है यहां जंगल भी है हो सकता है ये बच्चे जंगल के रास्ते खेतों में आ गए हो। यह कोई पहला मौका नहीं है जब घने जंगलों को छोड़कर तेंदुआ आबादी वाले इलाकों में आ रहे हैं। इससे पहले भी यह हिंसक पशु मेरठ के पल्लवपुरम के पॉश इलाके में नजर आया था, वहां से इसको वन विभाग ने रेस्क्यू कर शिवालिक की पहाड़ियों में छोड़ दिया था।
किठौर में तेंदुए की दहशत
