मेरठ में संगठन ने पिटवा दी कांग्रेस की भद्द, उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में मेरठ में कांग्रेस की भद्द पिटवाने का काम संगठन ने किया। शहर विधानसभा सीट जहां से रंजन शर्मा को मैदान में उतारा गया था, यदि इस सीट को अपवाद मान लिया जाए तो मेरठ की सात में शहर सीट को छोड़कर बाकि किसी भी सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ती नजर नहीं आ रही थी। पुराने कांग्रेसी चुनाव से पूरी तरह दूरी बनाए हुए थे। वहीं दूसरी ओर यदि चुनावी नतीजों की बात की जाए तो संगठन के महासचिव व प्रदेश के प्रभारी धीरज गुर्जर व पीसीसी महासचिव प्रभारी विदित चौधरी व मेरठ से प्रदेश संगठन के महासचिव मोनिंदरसूद वाल्मीकि सरीखे कोई चमत्कार नहीं कर सके, बल्कि कांग्रेसजन अब सवाल पूछ रहे हैं कि ऐसे नेताओं का क्या फायदा जो संगठन के लिए मुफीद साबित नहीं हुए। नए कांग्रेस जनों को जो जमीन से जुड़े हों, ऐसों को नेतृत्व को गंभीरता से लेना होगा। इस बात को लेकर भी सवाल पूछे जाने लगे हैं कि नेतृत्व की ओर से चुनाव लड़ने के नाम पर जो राशि प्रत्याशियों को दी गयी क्या उसका हिसाब लिया जाएगा। क्योंकि शहर विधानसभा को छोड़कर कांग्रेस कहीं भी चुनाव में नजर नहीं आ रही थी। यह बात कार्यकर्ताओं में चर्चा बनी हुई है। चुनाव परिणाम की बात की जाए तो कुछ तो अपनी जमानत तक नहीं बचा सके। कांग्रेस ने हस्तिनापुर से अर्चना गौतम, किठौर से बबीता गुर्जर, सिवालखास से जगदीश प्रसाद को टिकट दिया। तीनों प्रत्याशियों को 2000 से भी कम वोट मिले हैं। बबीता गुर्जर और अर्चना गौतम के लिए चुनाव प्रचार करने खुद प्रियंका गांधी, भूपेश बघेल, सचिन पायलट, इमरान प्रतापगढ़ी पहुंचे थे। प्रियंका गांधी ने रोड शो किया था। इसके बाद भी प्रियंका का जादू वोटर को लुभा नहीं सका। अर्चना गौतम को 1519, बबीता को 1589 और जगदीश प्रसाद को महज 1577 वोट मिले हैं। @Back To Home