मिशन आल आउट पर मेरठ पुलिस
पुलिस महकमे में अपनी बेदाग छवि और सख्त मिजाज व फरियादियों के लिए मिलनसार माने जाने वाले एसएसपी प्रभाकर चौधरी के नेतृत्व में मेरठ पुलिस का अपराध और अपराधी आल आउट मिशन लगातार जारी है। देश भर से चोरी होने वाले वाहनों के कमेले के तौर पर बदनाम रहे सदर के सोतीगंज के कबाड़ी मार्केट से शुरू हुए मेरठ पुलिस के मिशन आल आउट ने अपराधियों और उनके मददगारों की जड़े हिला कर रख दीं। देश के किसी भी राज्य में जब कोई लग्जरी गाड़ी चोरी होती थी तो उसकी तलाश में संबंधित राज्य की पुलिस मेरठ के सोतीगंज इलाके में ही दबिश को आती थी। कश्मीर से कन्या कुमारी और अटक से कटक तक देश का कोई भी ऐसा राज्य नहीं था, जहां की पुलिस सोतीगंज में चोरी हुए वाहनों की तलाश में दबिश को नहीं पहुंची हो। यहां के कबाड़ियों के ऊंचे राजनीतिक रसूख की वजह से खाकी भी उन पर हाथ डालने से कन्नी काटती थी। नौबत यहां तक आ गयी थी कि खाकी में इन शातिर कबाड़ियों ने अपने हमदर्द बना लिए थे। लेकिन जैसे ही कप्तान के रूप में प्रभाकर चौधरी ने पारी की शुरूआत की, सोतीगंज का नाट आउट माने जाने वाले कबाड़ियों के विकेट गिरने शुरू हो गए। इसके साथ ही शुरू हुआ मेरठ पुलिस का अभियान आल आउट। इस अभियान के दौरान अवैध रूप से कटान करने वालों के अलावा लूट व डकैती सरीखी वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधियों के अलावा सरे राह छेड़खानी करने वाले भी आए। कारनामे की यदि बात की जाए तो मेरठ पुलिस का डंका पूरे प्रदेश के महकमे में बज रहा है। खुद पीएम मोदी व सीएम योगी भी मेरठ पुलिस की शान में कसीदे पढ़ चुके हैं।