पाकिस्तान में राजनीतिक तूफान-इमरान हैं हलकान, पाकिस्तान की राजनीति में इन दिनों तूफान आया हुआ है। हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल है कि आगे क्या होगा। सबकी नजरें पाकिस्तानी संसद की आगामी बैठक पर हैं। पूरे पाकिस्तान में इस वक्त हवा में एक ही सवाल तैर रहा है इमरान सरकार बचेगी या जाएगी। इमरान अपनी ही पार्टी के बागियों से कैसे निपटेंगे। क्या इमरान खान विपक्ष खासतौर से भुट्टो एंड कंपनी को मना पाएंगे। दरअसल बिलावल भुट्टो पहले ही कह चुके हैं कि इमरान की विदाई से कम उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं है। हालांकि पाकिस्तानी संसद में इमरान के खिलाफ लाया गया अविवास प्रस्ताव सदन के अध्यक्ष की एक वोट की बदौल गिर चुका है। विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के गिरने के बाद एकाएक इमरान खान के तेवर भी बदल गए हैं। वह अब फ्रंट फुट पर खेल रहे हैं। इससे पहले वह डिफेसिव थे। अब सभी की नजर पाकिस्तानी संसद की संभावित बैठक पर है, जिसमें पाकिस्तान के हुकुमरान का भविष्य तय होगा। वैसे यदि पाकिस्तान के हुकूमरान की बात की जाए तो जिसके साथ सेना है उसी का पाकिस्तान पर राज है। इमरान की यदि विदाई होती है तो उनका नाम भी कार्यकाल पूरा न कर पाने वाले पीएम की फेरिस्त में शामिल हो जाएगा। इस बीच बिलावल भुट्टो की ओर से कहा गया है कि उनकी पार्टी इमरान को सुरक्षित रास्ता देने को तैयार है, लेकिन इमरान खान अब मुकाबले की बात कर रहे हैं। देश की जनता को एक नया पाकिस्तान (Naya Pakistan) का सपना दिखाने वाले इमरान खान भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे, इसकी उम्मीद शायद ही किसी को होगी। कुछ का यह भी मानना है कि हो सकता है कि पाकिस्तानी सेना की बैसाखी से नवाब शरीफ भी सत्ता पर काविज होने की कोशिश करें। @Back To Home