प्रो. तनेजा को अब संघ का दायित्व, सीसीयूएस विश्विवद्यालय के कुलपति रहे, प्रो. नरेन्द्र तनेजा को अब संघ का दायित्व मिला है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के चार बार कुलपति रहे प्रो. नरेंद्र कुमार तनेजा अब संघ का कार्यभार देखेंगे। पूर्व में भी उनके बारे में कहा जाता था की प्रो. तनेजा आरएसएस के बेहद नजदीकी हैं। उन्हें सीसीएसयू का जब पहली बार अस्थाई कुलपति नियुक्त किया था तब प्रदेश में बसपा की सरकार थी और केंद्र में सत्ता कांग्रेस के हाथ। जैसे ही केंद्र में भाजपा की सत्ता आई तो प्रो. नरेंद्र तनेजा का रसूख इतना बढ़ गया गया की उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के इतिहास में यह पहली बार हुआ की एक व्यक्ति को चार बार कुलपति के पद नियुक्त किया गया। प्रो. नरेंद्र कुमार तनेजा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहे। लेकिन राजभवन तक उनकी लंबी पहुंच थी। यही कारण बताया जाता है की जिस सीसीएसयू कैंपस में वह प्रोफेसर रहे वहीं पर उन्हें राजभवन ने कुलपति की जिम्मेदारी सौंपी गई। वह दो बार अस्थाई कुलपति रहे। जबकि दो बार उन्हें स्थाई कुलपति के पद पर नियुक्त किया गया। प्रो. तनेजा की साफ और व्यवहार कुशल छवि की पहचान ही थी की सीसीएयू से वह बेदाग रहे हैं। इससे पहले कई कुलपति यहां विवादों में ही घिरे रहे।
संघ में बड़ी जिम्मेदारी दी गई
पूर्व कुलपति प्रो. नरेंद्र कुमार तनेजा को आरएसएस में सह प्रांत संघ चालक मेरठ प्रांत की जिम्मेदारी दी गई है। संघ में यह पद पश्चिमी यूपी का है। जिसे संघ में सम्मान जनक पद माना जाता है। इससे पहले भी उनके बारे में बताया जाता है की वह संघ से जुड़े रहे। यही कारण है की वेस्ट यूपी के सबसे बड़े चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में साढे पांच साल तक लगातार कुलपति रहे।