राशन से मिला शासन, मुफ्त राशन ने भाजपा को सत्ता की दहलीज पर पहुंचाने का काम किया, लेकिन अब पूछा जा रहा है कि आगे भी मिलता रहेगा राशन। यह बड़ा सवाल है क्योंकि पिछली सरकार ने मार्च तक मुफ्त राशन का एलान किया था। यह व्यवस्था कोरोना काल में पूरे प्रदेश में शुरू की गयी थी, लेकिन भाजपा ने शायद सोचा नहीं होगा कि यह व्यवस्था चुनाव में बेडा पार कर देगी। गोरखपुर जिले में विधानसभा चुनाव में मोदी-योगी की डबल इंजन की सरकार का जादू मतदाताओं के सिर चढ़कर बोला है। राशन से मिला शासन, जनता ने सरकार की योजनाओं को सराहा है, इस कारण राशन से शासन का रास्ता साफ हो पाया है। वहीं, सीएम योगी के बुलडोजर ने जातीय समीकरण ध्वस्त कर दिए। भाजपा ने जरूरतमंदों को मुफ्त राशन देकर और अपराधियों के घर पर बुलडोजर चलाकर अपनी जीत की पटकथा पहले ही लिख दी थी। कोरोना संक्रमण के दौरान बड़ी संख्या में जब लोग घरों में कैद हो गए थे, तब मोदी और योगी सरकार ने जरूरतमंदों को मुफ्त राशन देकर बड़ी राहत पहुंचाई थी। चुनाव प्रचार के दौरान भले ही मतदाता खामोश थे, लेकिन बातचीत में वे राशन मिलने की बात को मजबूती से रखते थे। यह मतदाताओं का भाजपा के पक्ष में खामोशी से बड़ा संदेश था। वहीं, चुनाव में सुरक्षा बड़ा मुद्दा रहा। योगी का बुलडोजर खूब दौड़ा। महिला वोटरों ने सुरक्षा के मुद्दे पर भाजपा को पसंद किया। अन्य मुद्दे गौण हो गए। @Back To Home