सरकार से राहत मांगे मोर, विधानसभा चुनाव निपटने और यूपी में एक बार फिर योगी सरकार बनने और सरकार का जश्न निपटने के बाद अब शास्त्री नगर जागृति विहार माधवपुरम रेजिडेंशियल इलाके में बने कामर्शियल पर आवास विकास परिषद व हाईकोर्ट की ध्वस्तीतकरण की तलवार से राहत की इस इलाके के कारोबारियों व अन्य लोगों को बेसब्री से इंतजार है। चुनाव के दौरान इस इलाके से लोगों से वादा किया गया था कि उन्हें इस मामले में निश्चित रूप से राहत दिलायी जाएगी। लेकिन फिलहाल ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है। लोगों ने बताया कि आवास विकास परिषद का स्टाफ कभी भी उनके यहां आ धमकता है। हाईकोर्ट के ध्वस्तीकरण के आदेशों की बात कह कर डराया जाता है। यह अब आए दिन की बात हो गयी है। इस क्षेत्र के लोगों ने बताया कि चुनाव से पहले जब सांसद, विधायक, एमएलसी व भाजपा के तमाम दूसरे नेताओं से बात करते थे तो उनकी ओर बताया जाता था कि सभी चुनाव में व्यस्त हैंं। लेकिन चुनाव के बाद इस समस्या को जड़ से खत्म किए जाने की मांग एक बार फिर की जा रही है, लेकिन लगता है कि सत्ताधारी नेताओं को अभी सुध लेने की फुर्सत नहीं है या यह मान लिया जाए कि इस काम से जरूरी कई अन्य काम अभी उनके पास हैं। शास्त्री नगर जागृति विहार माधवपुरम पर रेजिडेंशियल खासतौर से शास्त्रीनगर सेंट्रल मार्केट के कारोबारियों को उनकी जिंदगी भर की कमाई की गर्दन पर लटक रही तलवार के हटने का अब बेसब्री से इंतजार है। यदि तत्काल इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया गया तो लोग कहीं के नहीं रहेंगे। वहीं दूसरी ओर जिस ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की बात आवास विकास परिषद के अफसर कर रहे हैं, वो आदेश हाईकोर्ट के हैं। चिंता इस बात की ज्यादा सता रही है कि यदि किसी दिन कोर्ट ने अफसरों को तलब कर लिया तो संबंधित अफसर बगैर किसी से कुछ कहे सुने जेसीबी मशीन लेकर सीधे ध्वस्त करने पहुंच जाएंगे।
सरकार से राहत मांगे मोर
