स्वीडन में पवित्र कुरान की बेअदबी, पाकिस्तान ने स्वीडन और नीदरलैंड्स में हुई हाल की घटनाओं की कड़ी निंदा की है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बयान जारी करके इसे इस्लामोफ़ोबिक घटनाएँ कहा है. मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान स्वीडन में एक रैली के दौरान पवित्र कुरान की बेअदबी की घिनौनी घटना की निंदा करता है. पाकिस्तान ने नीदरलैंड्स के एक राजनेता के उस बयान पर भी कड़ी आपत्ति जताई है, जिसमें उन्होंने इस्लामा और मुसलमानों पर हमला बोला था. पाकिस्तान ने कहा है कि रमज़ान के पवित्र महीने में ऐसे बयान की वो कड़ी आलोचना करता है.विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है- ये उकसाने वाली इस्लामोफ़ोबिक घटनाएँ दुनियाभर के डेढ़ अरब से भी अधिक मुसलमानों की संवेदनाओं को ठेस पहुँचाने के अलावा कुछ नहीं करतीं. ऐसी कार्रवाई अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दायरे में नहीं आती, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार क़ानून के अंतर्गत एक ज़िम्मेदारी की भावना होती है. जिनमें नफ़रत वाले बयान न देना और लोगों को हिंसा के न उकसाना शामिल हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान या अन्य जगह रहने वाला मुसलमान इस्लाम, ईसाई धर्म और यहूदियों का अपमान करने की आदत की निंदा करते हैं. मंत्रालय का कहना है कि वे धर्म और विश्वास के आधार पर सभी तरह की हिंसा की कार्रवाई के ख़िलाफ़ खड़े हैं. पाकिस्तान का कहना है कि उसने अपनी ये भावना स्वीडन और नीदरलैंड्स को बता दी है. इन दोनों देशों से अपील की गई है कि वे पाकिस्तान के लोगों और दुनियाभर में रहने वाले मुसलमानों की भावनाओं का ख़्याल करे और इस्लामोफ़ोबिक घटनाओं को रोकने के लिए क़दम उठाए.
रूस की मुसीबत
ईयू की ओर से उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने की वजह से रूस की ओर से अपने राजनयिकों को भेजे गए विमान को 15 हज़ार किलोमीटर ज़्यादा सफ़र करना पड़ा. फ़्लाइट ट्र्रैकिंग वेबसाइट “फ़्लाइटरडार24” ने ये जानकारी दी है. वेबसाइट के अनुसार, “स्पेन और ग्रीस ने रूसी उड़ानों के एक बार अपने वायुक्षेत्र से गुज़रने की छूट दी. लेकिन विमान उन देशों से नहीं निकल सका, जिन्होंने प्रतिबंध जारी रखा.” वेबसाइट ने ये भी कहा कि विमान ने कुल 15 हज़ार 163 किलोमीटर की दूरी तय की, जो न्यूयॉर्क से सिंगापुर के बीच दुनिया की सबसे लंबी उड़ान से कम है.