अंडर ग्राउंड स्टेशन का काम शुरू, मेरठ के बेगमपुल के भूमिगत स्टेशन के ऊपरी छत का निर्माण कार्य प्रारम्भएनसीआरटीसी द्वारा मेरठ में बेगमपुल के भूमिगत स्टेशन के ऊपरी छत का निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। इसके अंतर्गत लगभग 22 मीटर लम्बे व 30 मीटर चौड़े छत के विशाल स्लैब की कास्टिंग पूरी कर ली गयी है। इस ऊपरी छत के स्लैब की कास्टिंग के लिए लगभग 2 मीटर की मोटाई के रिइंफोर्स्मेंट केज (लोहे के जाल) को स्टेशन के डी वाल के सहारे स्थापित कर उसकी कंक्रीटिंग की गयी है। इसी प्रकार, ऊपरी छट के दूसरे स्लैब को कास्ट करने के लिए भी तैयारी की जा रही है और क्रमश: पूरे स्टेशन के सम्पूर्ण स्लैब को इसी प्रकार कास्ट कर लिया जाएगा।
बेगमपुल के भूमिगत स्टेशन के निर्माण के लिए 121 डी वाल पैनलों को भूमिगत डाल कर पूरे स्टेशन के डी वाल का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है और यह कार्य अप्रैल 2022 तक पूरा कर लिया जायेगा। बेगमपुल का यह स्टेशन बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि देश के प्रथम 82 किमी लम्बे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर मेरठ में रीजनल ट्रेन के साथ-साथ यह लोकल मेरठ मेट्रो को भी सेवाएं भी देगा। बेगमपुल के भूमिगत स्टेशन के निर्माण कार्य के लिए टॉप डाउन तकनीक प्रणाली अपनायी जा रही है। इसके अनुसार ऊपरी छत के निर्माण कार्य के बाद नीचे की मिट्टी आदि निकाल कर स्टेशन के मैजेनाइन लेवेल को बनाया जाएगा। इसके बाद कॉनकोर्स लेवल का निर्माण किया जाएगा और उसके लिए भी छत बनाई जाएगी। कॉनकोर्स लेवल वो लेवेल होता है जहाँ यात्रियों के लिए सुरक्षा जांच किओस्क और टिकट काउंटर के अलावा प्लेटफार्म लेवल पर जाने के लिए एएफ़सी (ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन) गेट आदि होते हैं।
अंडर ग्राउंड स्टेशन का काम शुरू, साथ ही अन्य यात्री केंद्रित सुविधाएं जैसे आधुनिक सूचना डिस्प्ले बोर्ड (ऑडियो-वीडियो सहित), स्टेशन के आसपास के प्रमुख स्थान दर्शाने वाले सिस्टम मैप, सीसीटीवी कैमरे, अग्निशमन प्रणाली और वॉशरूम आदि जैसी सुविधाएँ शामिल होती है। इसी लेवेल से यात्री सीढ़ियों, लिफ्ट या एस्कलेटर की मदद से प्लेटफार्म लेवल पर जाकर अपने गंतव्य स्थान के लिए ट्रेन ले सकते हैं।बेगमपुल स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल के तल या फ्लोर का निर्माण पूर्ण होने के बाद और गहराई में मिट्टी की खुदाई करके प्लेटफार्म लेवल के तल का निर्माण किया जाएगा। इस प्रकार एक भूमिगत स्टेशन के निर्माण में पहले स्टेशन की ऊपरी छत, फिर कॉनकोर्स लेवल और फिर अंत में प्लेटफार्म लेवल का निर्माण किया जाएगा।विदित है की एनसीआरटीसी आरआरटीएस कॉरिडोर के इंफ्रास्ट्रक्चर पर ही मेरठ में मेरठ मेट्रो की लोकल ट्रांसिट सेवा प्रदान करने जा रहा है, बेगमपुल स्टेशन का निर्माण इसी कार्ययोजना का अंग है जिससे स्थानीय निवासियों को मेरठ मेट्रो की लोकल सेवा के साथ साथ सम्पूर्ण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आरआरटीएस कॉरिडोर के द्वारा कहीं भी आने जाने की सुविधा मिलेगी।दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरीडोर में कुल 25 स्टेशन है जिसमें से 13 स्टेशन मेरठ में स्थित है जिनके द्वारा मेरठ में लोकल मेट्रो की ट्रांसिट सेवा स्थानीय निवासियों को मिल सकेगी। मेरठ साउथ स्टेशन से लोकल मेट्रो की सेवा प्रारम्भ होगी और परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी के एलिवेटेड भाग से आगे मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल में भूमिगत हो जाएगी। आगे यह पुनः एलिवेटेड होकर एमईएस कॉलोनी, दौरली, मेरठ नॉर्थ व मोदीपुरम होते हुए मोदीपुरम डिपो तक जाएगी जहां मोदीपुरम डिपो में ट्रेनों के रखरखाव का प्रबंध किया जाना है। Back To Home