उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को जब शपथ ग्रहण की तो खचाखच भरा इयाना स्टेडियम तालियों से गूंज उठा. जय श्रीराम के जयघोष होने लगे. सीएम की शपथ के बाद योगी आदित्यनाथ ने वहां मौजूद सभी का आभार व्यक्त किया. योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. यह करीब 37 वर्षों बाद हो रहा है कि कोई भी CM UP में रिपीट हो रहा हो. योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए लखनऊ पहुंच चुके हैं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह. योगी के शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए पीएम मोदी लखनऊ पहुंच चुके हैं. अब से कुछ देर में वह इकाना स्टेडियम में दिखाई देंगे. बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मंत्री पद की शपथ ली. जून 2021 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए जितिन प्रसाद ने मंत्री पद की शपथ ली. वे यूपी के बड़े ब्राह्मण चेहरों में से जाने जाते हैं. हालांकि पुराने भाजपाइयों खासतौर से भाजपा की पुरानी ब्राहमण लाबी की बात करें तो वो इस निर्णय से खिन्न बताए जाते हैं. उनका मानना है कि यदि ब्राहमण चेहरे के नाम पर ही मंत्री बनाना था तो प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी जिन्होंने तब के सीएम गुजरात नरेन्द्र मोदी को सीएम बनाने के लिए उत्तर प्रदेश से झोली भरकर सांसद दिए थे, उन्हें मौका दिया जाना चाहिए था। वह इसके लिए डिजर्व भी करते हैं. बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मंत्री पद की शपथ ली. बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मंत्री पद की शपथ ली. पाधरदेवा से विधायक सूर्य प्रताप शाही ने मंत्री पद की शपथ ली है. 1985 में इंदिरा लहर में भी शाही अपनी सीट बचाने में कामयाब हुए थे. शपथ ग्रहण करने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी आदित्यनाथ को नमस्कार किया और पीएम नरेंद्र मोदी के पैर छुए. इस दौरान पीएम ने उन्हें रोकने की भी कोशिश की. सीएम योगी के बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 2 उप मुख्यमंत्रियों को शपथ दिलाई. इस बार केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है.