योगी से शिकायत के नाम पर दौड़ी पुलिस, पुलिस के रवैये से परेशान होकर जब पीड़िता ने सीएम योगी से शिकायत की बात की तो पुलिस वाले दौड़ने लगे। दुष्कर्म व हत्या के प्रयास मामले में कार्रवाई के बजाए टाल मटोल कर रही पुलिस ने अचानक दौड़ लगा दी। यह तब हुआ जब पीड़िता ने सीएम योगी से शिकायत की बात कही। युवक द्वारा अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर महिला से सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं आरोपित युवक ही अपने स्वजन व ग्राम प्रधान के साथ मिलकर चांदीनगर थाने से पीड़िता को अपने घर ले गया और बंधक बनाकर दुपट्टे से गला घोटने की कोशिश की। आरोप है कि मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन पुलिस ने दो आरोपित युवकों को दो बार थाने लाकर छोड़ा दिया, उल्टा पीड़िता को ही धमकाया गया। शनिवार को पीड़िता ने एसपी दफ्तर पहुंचकर मुख्यमंत्री के दरबार में पहुंचने के लिए बोला तो पुलिस ने आनन-फानन में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया।मेरठ के मवाना थाना क्षेत्र की महिला ने बताया कि उनकी गत वर्ष चांदीनगर थाना क्षेत्र के एक गांव के युवक ज्ञान सिंह उर्फ निक्की से फेसबुक के माध्यम से जान-पहचान हुई थी। आरोप है कि गत 29 जनवरी को ज्ञान सिंह के बुलाने पर मेरठ में बागपत बाइपास पर पहुंची तो वहां पर ज्ञान सिंह व उसके दो साथी राहुल व आकाश मिले। कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलकर पिलाने से वह बेहोश हो गई थी। आरोपितों ने हरिद्वार ले जाकर एक होटल में सामूहिक दुष्कर्म किया और अश्लील वीडियो बनाई। शोर मचाने पर उक्त वीडियो वायरल करने की धमकी दी। फिर आरोपित उनको मेरठ में उसी स्थान पर छोड़कर चले गए थे। महिला मेरठ के टीपीनगर थाने पहुंची तो वहां की पुलिस ने चांदीनगर थाना में शिकायत करने के लिए बोल दिया था। 31 जनवरी को चांदीनगर थाने पहुंचकर शिकायत की तो पुलिस के बुलाने पर आरोपित ज्ञान सिंह अपने स्वजन व ग्राम प्रधान के साथ वहां पर पहुंचा। आरोप है कि पुलिस से बात करके आरोपित उनको अपने घर पर ले गए और तीन दिन बंधक बनाकर रखा। मारपीट कर अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए।
ऐसे हरकत में आई पुलिस
तीन फरवरी को दुपट्टे से गला घोटा, किसी तरह उनकी जान बची। घटना का पुलिस ने 17 मार्च को मुकदमा दर्ज किया, लेकिन दो आरोपितों को दो बार थाने लाकर भी गिरफ्तार नहीं किया। शनिवार को पीड़िता एसपी दफ्तर पहुंची। पीड़िता ने चेतावनी दी कि पुलिस अफसरों से शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है, आरोपित उनका पीछा करते है। वह जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में पहुंचकर शिकायत करेंगी। इससे पुलिस हरकत में आई, थोड़े देर बाद ही पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।